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असंद्रा रामसनेहीघाट बाराबंकी

मनुष्य शरीर की प्राप्ति सबको बड़े भाग्य से हुई है - *पंकज महाराज* असंद्रा रामसनेहीघाट बाराबंकी । आपस में सब प्रेम बढ़ाओ । खिलकत को खुशहाल बनाओ । शाकाहार सुखद आहार । शुद्ध खून करता संचार।। बाबा जयगुरुदेव का संदेश । शाकाहारी हो देश-विदेश । नशा त्याग शाकाहार अपनायें । मां-बहनों की लाज बचायें।। कुछ समय भगवान के भजन में भी लगायें । आदि जनहितकारी संदेशों को देते हुये जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत पंकज जी महाराज अपनी जनजागरण यात्रा के साथ असन्द्रा के निकट धनौली पहुंचे। आज यहाँ आयोजित सत्संग समारोह में अपने प्रवचन में कहा मनुष्य शरीर की प्राप्ति सबको बड़े भाग्य से हुई है। इसे हिन्दू महात्माओं ने हरिमन्दिर, मुसलमान फकीरों ने कुदरती काबा, ईसामसीह ने इसे जिन्दा परमात्मा का घर बताया। यह इसलिये सबको मिला है कि इसमें विराजमान जीवात्मा को जगाकर अपना आत्म कल्याण करा लें। इसके निमित्त इस कलियुग में संतों का अवतरण हुआ। जिन्होंने दया करके सुरत-शब्द योग (नाम योग) साधना का मार्ग जारी किया और बताया कि सारी आत्मायें शब्द, आकाशवाणी, कलमा पर उतारकर लाई गईं अब उस शब्द से आत्मा का सम्बन्ध टूट गया तो अब उसे यह बोध नहीं रहा कि वह कहां से आई उसके सच्चे पिता कौन हैं? इसका भेद तो सन्त महात्मा ही जानते हैं। जब वे आपको मिल जायेंगे तो साधना का रास्ता बता देंगे। साधना और गुरु कृपा से आत्मा में विराजमान दिव्य दृष्टि (तीसरा नेत्र) खुल जायेगा और आप प्रकाश के चैड़े मैदान में खड़े हो जायेंगे । आप त्रिकालदर्शी हो जायेंगे, जीवन सार्थक हो जायेगा। संस्थाध्यक्ष ने कहा हमारे गुरु महाराज बाबा जयगुरुदेव जी ने करोड़ों लोगों के हांथों से तीर, तलवार, गोले, बंदूक छुड़ाकर उनके हाथों में भगवान के भजन की माला पकड़ा दी और वे प्रभु प्राप्ति की साधना में लीन हो गये। गुरु महाराज ने अच्छे समाज के निर्माण हेतु लोगों को शाकाहारी सदाचारी, मद्यपान रहित बनाकर अच्छे समाज के निर्माण का अभियान चलाया। हमारी संस्था उनके जनहित और आत्म कल्याणकारी कार्यों को निरंतर करने में लगी है। इसी प्रयोजन से गत् 17 मार्च से आगामी 12 मई तक बाराबंकी जिले में सत्संग कार्यक्रम चलाया जा रहा है। हिंसा अपराध की प्रवृत्ति से सारा समाज प्रभावित है। इस पर सबको ध्यान देना चाहिये। अभी अपने गुनाहों की भगवान के सामने माफी मांगने का समय है। आप सभी से हाथ जोड़कर अपील है मांस, मछली, अण्डा व शराब का खाना पीना छोड़कर अपने जीवन को सात्विक बनायें। अन्यथा भारी संकट में फंसकर खाईं और खन्दक में जा गिरेंगे। याद रखें सभी दुःख भगवान के भजन से जायेंगे। शांति व्यवस्था में पुलिस प्रशासन का सहयोग रहा । इस अवसर पर संगत के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र यादव, ब्लाक अध्यक्ष राजकिशोर ‘पिन्टू’, तह. अध्यक्ष डा. चन्द्र प्रकाश चैधरी, बुधराम रावत, अनिल कुमार, प्रधान प्रतिनिध विनय कुमार मिश्रा, मनोज कुमार मिश्रा, दिनेश कुमार वर्मा, धूमचन्द, रामनिवास, अमित, शिवनन्दन पू.प्रधान, संगत हरदोई उत्तरीखण्ड के अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे । कार्यक्रम के बाद जनजागरण यात्रा कादीपुर ब्लाक सिद्धौर के लिये प्रस्थान कर गई। यहाँ कल बुधवार को दोप. 12 बजे से सत्संग कार्यक्रम आयोजित है ।

  1. इंसान का शरीर ईसा मसीह की किस्मत से हुई है – *पंकज महाराज*

असेन्द्रा रामसनेहीघाट । एक में सब प्रेम बढ़ाओ। खिलखिलाहट को खुशनुमा बनाओ। शाकाहार सुखद आहार। शुद्ध खून संचार। बाबा जयगुरुदेव का संदेश। शाकाहारी हो देश-विदेश। नशा त्याग सकाहार अपनायें। माँ-बहनों की लाज बचायें.. कुछ समय भगवान के भजन में भी लगायें। आदि विश्विद्यालयीय कलाकार नागार्जुन ने जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत पंकज जी की जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था के साथ असेंद्रा के निकट धनौली क्षेत्र में यात्रा की। आज यहां आयोजित सत्संग समारोह में अपने प्रवचन में कहा गया मानव शरीर की प्राप्ति सबसे बड़ी किस्मत से हुई है। इसे हिंदू महात्माओं ने हरिमंदिर ने बताया, मुस्लिम फकीरों ने इसे कुदरती काबा कहा, ईसामसीह ने इसे जिंदा परमात्मा का घर बताया। यह सामान्य बात है कि इसमें जीवात्मा को जगाकर अपना आत्म कल्याण करा लें। इसके निमित्त इस कलियुग में संतों का अवतरण हुआ। जिज्ञासा मर्यादित करके सुरत-शब्द योग (नाम योग) साधना का मार्ग प्रशस्त किया और बताया कि सारी आत्मा शब्द, आकाशवाणी, कलमा पर उद्गार लेकर आए अब उस शब्द से आत्मा का संबंध टूट गया तो अब उसे यह बोध नहीं हो रहा है कि वह कहां से आई है उसके शिष्य पिता कौन हैं? इसके भेद तो संत महात्मा ही जानते हैं। जब भी आप मिलें तो साधना का रास्ता बता देंगे। साधना और गुरु कृपा से आत्मा में दिव्य दृष्टि (तीसा उत्सव) खुल जाएगी और आप प्रकाश के चैड़े मैदान में हो जाएंगे। आप त्रिकालदर्शी हो जायेंगे, जीवन सार्थक हो जायेगा। संस्थाध्यक्ष ने कहा कि हमारे गुरु महाराज बाबा जयगुरुदेव जी ने करोड़ों लोगों के हाथों से तीर, तलवारें, बंदूकें, बंदूकधारी अपने हाथों में भगवान के भजन की माला पकड़ी और वे प्रभु प्राप्ति की साधना में लीन हो गए। गुरु महाराज ने अच्छे समाज के निर्माण का अभियान चलाया। हमारी संस्था उनके प्रयोगशाला और आत्म-किशोर कार्य निरंतर करने में लगी हुई है। इसी तरह प्रॉजेक्ट से गैट 17 मार्च से आगामी 12 मई तक सीमांत जिले में सत्संग कार्यक्रम की व्यवस्था जारी है। हिंसा अपराध की प्रवृत्ति से सारा समाज प्रभावित है। इस पर सार्वजनिक ध्यान देना जन्मोत्सव। अभी आपके गुनाहों की भगवान के सामने दुश्मन का समय है। आप सभी से हाथ जोड़कर अपील है कि मांस, मछली, अंडा और शराब का खाना ठीक करें अपने जीवन को सात्विक बनाएं। अन्यथा भारी संकट में फँसकर खाँ और खंदक में जा गिरेंगे। सभी दुःखी भगवान के भजन याद रखें। शांति व्यवस्था में पुलिस प्रशासन का सहयोग जारी है। इस अवसर पर संगत के फ़्लोगन रामचन्द्र यादव, ब्लेक अध्यक्ष राजकिशोर ‘पिंटू’, तह. अध्यक्ष डा. चन्द्र प्रकाश चौधरी, बुधराम रावत, अनिल कुमार, प्रधान प्रतिनिध विनय कुमार मिश्रा, मनोज कुमार मिश्रा, दिनेश कुमार वर्मा, धूमचंद, रामनिवास, अमित, शिवनन्दन पू.प्रधान, संगत रिचार्ड उत्तरीखंड के अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के बाद जनजागरण यात्रा कादीपुर ब्लेक सिद्धौर के लिए रवाना हुई। यहाँ कल रविवार को दोप. 12 बजे से सत्संग कार्यक्रम आयोजित है।

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